The lyrics of the title track “Gum Hai Kisi ke Pyar Mein” from the popular television show. With soulful melodies and poetic verses, the “Gum Hai Kisi ke Pyar Mein Lyrics” evoke a sense of yearning, showcasing the challenges and sacrifices that love demands. It has become a fan-favorite, reflecting the emotional journey of the characters and leaving a lasting impact on the audience.
The lyrics of “Gum Hai Kisi ke Pyar Mein” are not just words set to music; they convey a powerful message about the complexities of love.
The song’s verses explore the pain of separation and the hope that love will conquer all obstacles. Each line is carefully crafted to reflect the depth of emotions experienced by the characters creating a heartfelt connection with the audience.
The Gum Hai Kisi ke Pyar Mein Lyrics serve as a reminder that love can be both beautiful and challenging taking viewers on an emotional rollercoaster as they delve deeper into the world of the show.
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Through its poetic expression, “Gum Hai Kisi ke Pyar Mein Lyrics” captures the essence of love and leaves a lasting impression on listeners.
So without futher discusion let’s move on the Gum Hai Kisi ke Pyar Mein Lyrics Given Below.
हम्म हम्म हम्म हम्म
हां क्या कहा
गुम है किसी के प्यार में
दिल सुबह शाम
पर तुम्हें लिख नहीं पाऊं
मैं उसका नाम हाए राम हाए राम
कुछ लिखा
हाँ
क्या लिखा
हो गुम है किसी के प्यार में
दिल सुबह शाम
पर तुम्हें लिख नहीं पाऊं
मैं उसका नाम हाए राम हाए राम
अच्छा आगे क्या लिखूँ
आगे
सोचा है एक दिन मैं उससे मिल के
कह डालूँ अपने सब हाल दिल के
और कर दूँ जीवन उसके हवाले
फिर छोड़ दे चाहे अपना बना ले
मैं तो उसका रे हुआ दीवाना
अब तो जैसा भी मेरा हो अंजाम
ओ गुम है किसी के प्यार में
दिल सुबह शाम
पर तुम्हें लिख नहीं पाऊं
मैं उसका नाम हाए राम हाए राम
लिख लिया
हाँ
ज़रा पढ़के तो सुनाओ
चाहा है तुमने जिस बावरी को
वो भी सजनवा चाहे तुम ही को
नैना उठाए तो प्यार समझो
पलकें झुका दे तो इक़रार समझो
रखती है कब से छुपा छुपा के
क्या
अपने होठों में पिया तेरा नाम
हो गुम है किसी के प्यार में
दिल सुबह शाम
पर तुम्हें लिख नहीं पाऊं
मैं उसका नाम
ओ गुम है किसी के प्यार में
दिल सुबह शाम
पर तुम्हें लिख नहीं पाऊं
मैं उसका नाम हाए राम हाए राम